ईद मुबारक, आपको ईद मुबारक !!
उसके करमों से जो दिखलाई दी वो दीद मुबारक !!
ईद मुबारक, आपको ईद मुबारक !!
जिसके दर से कोई, इंसान खाली ना जाए !
आये मायूस मगर, भरके वो झोली जाये !!
पूरी जो होने लगी, आपकी मुरीद मुबारक !!
आपको ईद मुबारक !!
ईद मुबारक, आपको ईद मुबारक !!
अजब है उसका अबद नूर, है रोशन ये जहाँ !
है अर्श पर, है जमीं पर, है नहीं वो कहाँ !!
पाई जो उसके करम से, तुम्हें वो जीत मुबारक !!
आपको ईद मुबारक !!
ईद मुबारक, आपको ईद मुबारक !!
गई वो रात जहाँ जुल्म और, इक नफरत थी !
आँख में अश्क, हर इक जहन में अदावत थी !!
लेके आया जो मुहोब्बत वो, खुर्शीद मुबारक !!
आपको ईद मुबारक !!
ईद मुबारक, आपको ईद मुबारक !!
सुर्यदीप अंकित त्रिपाठी - ३०/०८/२०११
शब्दार्थ - मुरीद - आशा, इच्छा, अबद - अनंतकाल, अंतहीन, नूर - रौशनी, तेज़, अर्श - आकाश, आसमान,
खुर्शीद - सूर्य, सूरज
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