जो होना था वो ही हो रहा है ये सत्य है, परन्तु अर्धसत्य;परमात्मा ने ये जीवन आपको दिया है कुछ सार्थक कर गुजरने की लिए,यदि यही सोचकर मनुष्य उदासीन या कर्महीन हो जाये कि,जो होना है वो तो होकर ही रहेगा तो संसार और मनुष्यता का विस्तार रुक जायेगा.
Thursday, December 30, 2010
वो पुराना ख़त ....(Wo Purana Khat - The Old Letter)
2011 का आगामी नूतन वर्ष आपके लिये शुभ और मंगलमय हो, हार्दिक शुभकामनाओं सहित...
मैं आपके इस ब्लाग को फालो कर रहा हूँ आप भी कृपया मेरे ब्लाग नजरिया को फालो कर मुझे सहयोग प्रदान करें । धन्यवाद सहित. प्रतिक्षा में... www.najariya.blogspot.com 'नजरिया'
वो पुराना ख़त ....
ReplyDeleteभूली-बिसरी एक कहानी. बढिया प्रस्तुति...
ReplyDelete2011 का आगामी नूतन वर्ष आपके लिये शुभ और मंगलमय हो,
हार्दिक शुभकामनाओं सहित...
मैं आपके इस ब्लाग को फालो कर रहा हूँ आप भी कृपया मेरे ब्लाग नजरिया को फालो कर मुझे सहयोग प्रदान करें । धन्यवाद सहित. प्रतिक्षा में...
www.najariya.blogspot.com 'नजरिया'
धन्यवाद श्रीमान सुशील जी,
ReplyDeleteआपको भी नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें !!!