Tuesday, October 19, 2010

हे मुरलीधर, कृष्ण, मनोहर !!!

हे मुरलीधर, कृष्ण, मनोहर- २,   
सुध हमरी, अब लीजो जी,,
दरस को तरस, बरस बीत गहि हों - २,
नैनन दरस, दिखाओ जी,,  
हे मुरलीधर, कृष्ण, मनोहर, सुध हमरी, अब लीजो जी,,

हे यदु नंदन, मधुर, सुलोचन  -२,
दुःख निवारण, भव-भय तारण,
दुष्ट संहारन, मुनि मन रंजन - २,
आयो शरण, तिहारी जी,, 
हे मुरलीधर, कृष्ण, मनोहर, सुध हमरी, अब लीजो जी,,  

हे दामोदर, गोवर्धन धर - २, 
हे अनंत, तुम एक अगोचर, 
हे नटनागर, हे करुणाकर -२, 
भक्तन काज, संवांरो जी
हे मुरलीधर, कृष्ण, मनोहर, सुध हमरी, अब लीजो जी

हे गोविन्दम. हे गोपाला - 2
माखनचोर हे, हे नंदलाला, 
संकटमोचन, दीन कृपाला -२
बेगी द्वार, पधारो जी 
हे मुरलीधर, कृष्ण, मनोहर, सुध हमरी, अब लीजो जी

सुर्यदीप "Ankit " - १४/१०/२०१० 

No comments:

Post a Comment